पिंपरी. कोरोना (Corona) के भीषण संकट से जूझ रहे पिंपरी-चिंचवड़ शहर (Pimpri-Chinchwad City) को रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) और कोविड -19 निवारक टीके की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए शासन स्तर पर महानगरपालिका प्रशासन (Municipal administration) द्वारा फॉलोअप किया जा रहा है। यह मुद्दा तीन दिनों में हल हो जाएगा, यह भरोसा मनपा के अतिरिक्त आयुक्त विकास ढाकणे ने दिलाया है। हम सरकार के आदेश के बाद काम करते हैं। हम जल्द ही इन कठिनाइयों को दूर करेंगे, यह भी उन्होंने कहा। पिंपरी-चिंचवड डॉक्टर एसोसिएशन के पदाधिकारी और मनपा अधिकारियों की कोविड महामारी के संकटकाल में डॉक्टरों के समक्ष रही समस्याओं को लेकर भाजपा शहराध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे की अगुवाई में एक अहम बैठक संपन्न हुई। इसमें मनपा अधिकारी और हॉस्पिटल ओनर एसोसिएशन के पदाधिकारी, डॉक्टर, एसोसिएशन के सचिव डॉ. प्रमोद कुबडे, डॉ. गणेश भोईर आदि उपस्थित थे।
अतिरिक्त आयुक्त ढाकणे ने कहा कि हम कोविड के दौर में आने वाली कठिनाइयों और चिंताओं के कारण इमानदारी से प्रयास कर रहे हैं। गैस आपूर्तिकर्ताओं ने कहा कि वे अचानक समस्याओं के कारण गैस की आपूर्ति नहीं कर सकेंगे। इस मसले पर सरकार के स्तर पर बैठकें चल रही हैं। जैसे-जैसे संख्या बढ़ने लगी, कुछ कंपनियों ने टीके बनाने शुरू कर दिए। हाफकिन कंपनी के साथ भी बातचीत कर रही है। जहां मनपा के पास 2,500 मरीज हैं, वहीं 1,500 रेमडेसिविर इंजेक्शन मिल पा रहे हैं। इसलिए चिकित्सा विभाग को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
नागरिकों को हुई असुविधा के लिए क्षमा चाहता हूं : विधायक महेश लांडगे
विधायक महेश लांडगे ने कहा कि शहर में लगभग 15,000 डॉक्टर पंजीकृत हैं। हमने उनसे केंद्र चलाने का अनुरोध किया, आपको इसे संभालना चाहिए। डॉक्टरों ने खुद के अस्पताल की देखभाल करने के साथ ही कोविड सेंटरों का कामकाज संभाला। हालांकि मनपा के अधिकारी उनकी अनदेखी कर रहे हैं। मनपा के अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। जनप्रतिनिधि भी संपर्क कर रहे हैं। लोग उन पर दबाव डाल रहे हैं। एक जनप्रतिनिधि के रूप में नागरिकों को हुई असुविधा के लिए क्षमा चाहता हूं। हालांकि हमें नागरिकों को इस संकट से बाहर निकालने के लिए दृढ़ निर्णय लेना होगा। हॉस्पिटल ओनर्स एसोसिएशन के सचिव डॉ. प्रमोद कुबड़े ने कहा कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को हमारी समस्याओं के समाधान के लिए आगे आना होगा। हम खतरा मोल लेते हुए कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हैं। लिपिकीय कार्य का विस्तार करना समय की बर्बादी है। मरीज की जांच में समय लगता है। कई ने सभी अस्पतालों को बंद करने का फैसला किया था, लेकिन विधायक लांडगे ने डॉक्टरों के मसलों पर रास्ता निकालने का वादा किया है।