मुंबई: राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स पर बड़ा क्रूर मजाक किया है। सरकार ने पहले जहां ईंधन पर लगने वाले वैट को कम करने का ऐलान किया। जिसके तहत पेट्रोल पर 2.40 रूपए और डीजल पर 1.44 पैसे कम करने का ऐलान किया था। सरकार के इस ऐलान से जनता को बड़ी राहत की उम्मीद जाएगी थी, लेकिन दूसरे दिन जैसे ही लोग पेट्रोल पंप ओर पहुंचे तो वह पुराना रेट देखकर दंग रह गए।
केंद्र के टैक्स घटने से घटा वैट
केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर क्रमशः 9.50 रुपये और 7 रुपये की कटौती की थी। सरकार के उत्पादन शुल्क में की गई कटौती के कारण राज्य सरकारों द्वारा लगाया जाने वाला वैट अपने आप ही कम हो गया। जिससे टैक्स तो कम हुआ, लेकिन इस कटौती से जनता को कोई लाभ नहीं मिला।
पडोसी राज्यों से ज्यादा रेट महाराष्ट्र में
महाराष्ट्र की तुलना में पडोसी राज्यों, गुजरात, कर्नाटक, दमन-दीव और गोवा में ईंधन की कीमत कम है। महाराष्ट्र में जहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 111.09 रुपये हैं, वहीं गुजरात में 93 रूपये हैं। कर्नाटक में 101.92, गोवा में 97.85 प्रति लीटर है। डीजल की बात करें तो महाराष्ट्र में 95.70 हैं। वहीं गोवा में 89.97, कर्नाटक 88.36, गुजरात में 97.12 प्रति लीटर है।
महाराष्ट्र में देने पड़ते हैं 3000 ज्यादा
इन राज्यों के बॉर्डर पर रहने वाले लोग पडोसी राज्यों में जाकर पेट्रोल डीजल डालते हैं। गुजरात बॉर्डर पर रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि, मैं अपने काम के लिए हर दिन गुजरात-महाराष्ट्र सीमा पार करता हूं और मैं आमतौर पर इस पंप से ईंधन खरीदता हूं। इस तरह हम पेट्रोल में लगभग 14 रुपये/लीटर बचाते हैं और हर महीने लगभग 3000 रुपये की बचत होती है।”