गोबरवाही. समीपस्थ गर्रा बघेडा ग्राम के मामा तलाव गट नंबर 291 का गेट अत्यंत खराब हो गया है. जिसके कारण व्यर्थ में पानी बह रहा है. तालाब की नहर बुझ गई है. जिसके कारण किसानों के खेतों तक पानी पहुंचता ही नहीं. एक ओर सरकार किसानों के हित की बड़ी-बड़ी बातें करती हैं. लोक प्रतिनिधि भी किसानों के हितों का हवाला देकर चुनाव में विजयी होते हैं.
मामा तालाबों के रखरखाव की जिम्मेदारी जिला परिषद की है. चाहे जिला परिषद का तालाब हो या राज्य सरकार के सिंचाई विभाग का, तालाबों, नहरों की देखभाल दुरुस्ती हेतु सरकार राशि आवंटित नहीं करने की बातें जन चर्चा का विषय है. कृषि पर देश की अर्थव्यवस्था निर्भर है.
सिंचाई तालाबों, नहरों की हालत गांव-गांव में खराब है. इस पर ध्यान देना होगा. बघेड़ा के इस मामा तालाब से करीब 100 एकड़ खेती की सिंचाई होती है. किसान बालू चौधरी, आशीष भोरगड़े, रामेश्वर राहंगडाले, भास्कर भोरगडे, संतोष रहांगडाले, रामेश्वर पारधी, सुहास तरटेर, राधेश्याम ठाकुर आदि ने इस मामा तालाब का गेट एवं नहर की शीघ्र दुरुस्ती की मांग की है.