नवी मुंबई. लॉकडाउन में मुलुक जा चुके परप्रांतीय कामगारों के कारण खाली हुए स्थानों पर स्थानीय लोगों को नौकरी देने की मांग जोर पड़कने लगी है. रायगड़ मनसे के अध्यक्ष अतुल भगत ने उरण के जेएनपीटी प्रशासन से स्थानीय भूमिपुत्रों को नौकरी और रोजगार देने की मांग की है. वहीं दिव्यांगों को भी जीवन यापन का अवसर देने जरूरी नौकरियां प्रदान करने की अपील की है. बता दें कि न्हावा शेवा के जेएनपीटी बंदरगाह पर 30 हजार से अधिक लोग काम करते हैं.
कंटेनर यार्ड, ट्रांसपोर्ट एवं क्लीयरिंग फारवर्डिंग जैसे कार्यों में यहां अक्सर लोगों की भारी कमी रहती है. लॉकडाउन के कारण आफिस में काम करने वालों से लेकर ट्रक ड्राईवर और खलासी तक के लाले पड़े हैं. ऐसे में मनसे ने मराठी माणुस का राग अलापते हुए स्थानीय लोगों को नौकरियों में प्राथमिकता देने की मांग की है.