पटना. कांग्रेस ने बुधवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी का घोषणापत्र जारी किया। कांग्रेस ने घोषणापत्र में 10 लाख नौकरियां, कृषि कर्ज माफी, 1500 रूपये बेरोजगारी भत्ता, बिजली बिल में 50 प्रतिशत छूट और हाल ही में असतित्व में आए तीन कृषि कानूनों को समाप्त करने सहित कई लुभावने वादे किये हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में पार्टी का घोषणापत्र ‘बदलाव पत्र 2020′ जारी किया। इस दौरान कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, तारिक अनवर सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
बिहार में 4.5 लाख सरकारी पद ख़ाली पड़े हैं और बिहारवासी देशभर में नौकरियां ढूंढ रहे हैं। सरकार बनते ही ख़ाली पद भरने और युवाओं के रोज़गार की उचित व्यवस्था के वादे के साथ @rssurjewala और @shaktisinhgohil के साथ बिहार चुनाव के लिए पटना में ‘बदलाव पत्र’ जारी किया। pic.twitter.com/79lRjdqma3
— Raj Babbar (@RajBabbarMP) October 21, 2020
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये हो रहे चुनाव में कांग्रेस विपक्षी महागठबंधन में सीटों की साझेदारी के तहत 70 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ रही है। जबकि राजद 144 सीटों, भाकपा माले 19 सीट, भाकपा छह सीट और माकपा चार सीट पर चुनाव लड़ रही है।
रोजगार नहीं मिलने १५०० रु बेरोजगारी भत्ता
इस अवसर पर राज बब्बर ने कहा, ‘‘10 लाख लोगों को सरकरी नौकरी देने का निर्णय महागठबंधन की सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में लिया जायेगा। जो लोग इसकी हंसी उड़ा रहे हैं, वे खुद हंसी के पात्र बन जायेंगे। ” उन्होंने कहा कि जिन लोगों को रोजगार नहीं मिल सकेगा, उन्हें 1500 रूपये का बेरोजगारी भत्ता दिया जायेगा। राज बब्बर ने कहा कि नीतीश कुमार चार बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन उन्होंने युवाओं को धोखा देने का काम किया जबकि 4.5 लाख नौकरियां आसानी से दी जा सकती थी।
बिहार में क्या शराबबंदी है?
बिहार में शराब माफिया को JDU-BJP सरकार के साथ मिलीभगत की वजह से नंगा नाच करने की छूट है।
शराब माफिया को नीतीश बाबू की सरकार का संरक्षण है।
शराब माफिया नीतीश बाबू की छत्रछाया में पनप रहा है।#बोले_बिहार_बदलें_सरकार #संकल्प_बदलाव_का pic.twitter.com/8uHfemLXNb
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 21, 2020
शराब माफिया को नीतीश बाबू की सरकार का संरक्षण
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि बिहार रोज़गार, औद्योगिक तरक्की, फसल के दाम, शिक्षा व स्वास्थ्य में तरक्की, पेयजल व सस्ती बिजली का अधिकार चाहता है। बिहार अपराधियों की सरपरस्ती से मुक्ति और बदहाली की ज़ंजीरों को तोड़ना चाहता है। बिहार में शराबबंदी पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में शराब माफिया को जदयू-भाजपा सरकार के साथ मिलीभगत की वजह से पूरी छूट मिली है। उन्होंने आरोप लगाया कि शराब माफिया को नीतीश बाबू की सरकार का संरक्षण है और वे इनकी छत्रछाया में पनप रहे है।
कांग्रेस के घोषणापत्र में कई बातें महागठबंधन के सहयोगियों से मिलती जुलती हैं। इनमें 10 लाख लोगों को नौकरियां देना और कृषि कर्ज माफी का वादा शामिल है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर विधानसभा के पहले सत्र में हाल ही में बनाये गए कृषि संबंधी तीन कानूनों को समाप्त करने का विधेयक पारित किया जायेगा । कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने इस संबंध में पंजाब का उदाहरण दिया जहां ऐसा हुआ है। बिहार के लिये कांग्रेस के घोषणापत्र में दो एकड़ से कम जोत वाले किसानों की मदद के लिये ‘राजीव गांधी कृषि न्याय योजना’ शुरू करने की बात कही गई है।