अब राज्यसभा में नहीं दिखेंगे मनमोहन सिंह, 33 साल बाद हुए रिटायर, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने पूर्व PM को लिखा खत

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नई दिल्ली: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 33 साल तक सेवा देने के बाद मंगलवार (3 अप्रैल) को राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो गए। उनके रिटाइर होने पर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हे एक खत लिखा है। अपने खत में खड़गे ने लिखा, अब आप राज्यसभा में नहीं होंगे और सक्रिय राजनीति से रिटायर हो रहे हैं, लेकिन तब भी आपकी आवाज देश की जनता के लिए उठती रहेगी। जानकारी के लिए बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और 9 केंद्रीय मंत्रियों समेत राज्यसभा से 54 सदस्य मंगलवार और बुधवार को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बुधवार (3 अप्रैल) को राज्यसभा में अपनी 33 साल लंबी संसदीय पारी समाप्त करेंगे।

खरगे ने क्या लिखा?

खरगे ने अपने पत्र में लिखा, तीन दशकों से अधिक समय तक सेवा करने के बाद आज जब आप राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं, आज एक युग का अंत हो गया है। बहुत कम लोग कह सकते हैं कि उन्होंने आपसे अधिक समर्पण और अधिक निष्ठा से हमारे देश की सेवा की है। बहुत कम लोगों ने देश और उसके लोगों के लिए आपके जितना काम किया है।

1991 में पहली बार सदन के सदस्य बने मनमोहन सिंह

मनमोहन सिंह, जो अर्थव्यवस्था में कई साहसिक सुधारों की शुरुआत करने के लिए जाने जाते हैं, अक्टूबर 1991 में पहली बार सदन के सदस्य बने। वह 1991 से 1996 तक नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री और 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे। 91 वर्षीय मनमोहन सिंह के 3 अप्रैल को अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद खाली होने वाली सीट को भरते हुए सोनिया गांधी पहली बार राजस्थान से उच्च सदन में प्रवेश करेंगी।

ये केंद्रीय मंत्री होंगे रिटाइर

मनोहन सिंह के समेत सात केंद्रीय मंत्री भी उच्च सदन से रिटाइर होने वाले है। इनमें शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री पुरषोत्तम रूपाला, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे और सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन के नाम शामिल है। वहीं, पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो जाएगा।