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    इंदौर. इंदौर (Indore) से आ रही एक बड़ी खबर के अनुसार यहाँ की जवाहर टेकरी पर नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा अपमानजनक तरीके से गणेश मूर्तियों (Ganesha Idols) के विसर्जन के मामले में अब तक 9 आरोपितों पर चंदन नगर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इन आरोपियों के नाम सुपरवाईजर शैलेंद्र निम्बा सहित राजेश, मुकेश, लखन, राजू, मदन, हेमराज, सुनील, करण हैं। 

    इधर इस मामले में उपायुक्त अभय राजगांवकर खुद ही फरियादी बने हैं। दरअसल बीते सोमवार को गणेश विसर्जन का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें नगर निगम के कर्मचारी पानी में मूर्तियों को अशोभनीय तरीके से फेंकते नजर आ रहे थे। इसके बाद पूरे शहर में इसका जमकर विरोध हुआ और जिले के लोग भी इस वीडियो के सामने आने के बाद काफी आहत थे। 

    Courtsey: Jaivardhan Singh 

    मामले के गर्म हो ने सांसद शंकर लालवानी ने भी इसे निंदनीय बताया और CM शिवराज सिंह चौहान सहित अधिकारियों से इस बाबत अपनी शिकायत की थी। वहीं मिल रही खबरों के मुताबिक इस मामले में अब इंदौर जोन-13 के जोनल अधिकारी बृजमोहन भगौरिया और कार्यक्रम अधिकारी शैलेष पाटोदी को निलंबित और 2 सुपरवाइजर भी हटाया गया है।

    नगर निगम भी कराएगा FIR

    प्राप्त जानकारी के मुताबिक नगर निगम ने बीते रविवार को अनंत चतुर्दशी पर शहरभर से मूर्तियां इकट्ठा की थी, जिनमें से प्लास्टर आफ पेरिस की बहुत सी मूर्तियों को डंपरों में रखकर जवाहर टेकरी पर विसर्जन के लिए लाया गया था। इस दौरान यह बात भी सामने आई थी कि जिस पानी में मूर्तियों का विसर्जन किया गया, वह बहुत ही गंदा था। इधर नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने इस घटना की जानकारी लगने के बाद तुरंत अपमानजनक तरीके से मूर्तियों का विसर्जन करने वाले कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया था।

    वीडियो वायरल होते ही शुरू हुआ विरोध

    इधर जैसे ही इंदौर में नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा अमर्यादित तरीके से गणेश विसर्जन का वीडियो वायरल हुआ, तत्काल ही इसका विरोध शुरू हो गया। दरअसल ख़बरों के अनुसार जिले से लोग लोग अनंत चतुर्दशी के दिन नगर निगम द्वारा बनाए गए कुंडों और प्रतिमाओं के कलेक्शन सेंटर पर इस उम्मीद से अपनी-अपनी गणेश प्रतिमाएं देकर आए थे कि अब नगर निगम इन्हें सही और शोभनीय तरीके से विसर्जित करेगा।

    लेकिन उक्त वीडियो के सामने आने के बाद अब जनमानस की धार्मिक भावनाएं आहत हुई। वहीं अब मामला गर्म होते देख नगर निगम के अधिकारियों का अब यह कहना है कि आगे से इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा ऐसा किसी भी प्रकार का गलत कार्य ना हो।