अकोला. मकर संक्रांति के मौके पर सोमवार सुबह करीब नौ बजे बिजली के खंभे पर फंसी पतंग को हटाते समय बिजली के तार को छूने के बाद करंट लगने से 13 वर्षीय एक किशोर 50 प्रतिशत झुलस गया. घटना पातुर तहसील के आलेगांव की है. उक्त किशोर की पहचान सुमित गिल्ले के रूप में हुई है, जो अकोला जिला सामान्य अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है.
मकर संक्रांति के मौके पर सोमवार सुबह से ही पतंगबाजी चल रही थी. इस बीच आलेगांव के किसान संतोष गिल्ले का 13 वर्षीय बेटा सुबह से ही अपने घर के पीछे खुली जगह पर पतंग उड़ा रहा था. इस क्षेत्र से आलेगांव 33 केवी से अंबाशी गांव तक 11 केवी बिजली लाइन गई है. इस दौरान अचानक उसकी पतंग बिजली के खंभे पर लगे तारों में फंस गई.
उसने पतंग को हटाने की पूरी कोशिश की. लेकिन जब वह नहीं निकल पा रही थी, तो वह सीधे बिजली के खंभे पर चढ़ गया. वह तारों में फंसी पतंग को बाहर निकालने के लिए संघर्ष कर रहा था. पतंग की जगह उसका हाथ बिजली के तारों को छू गया, जिससे उसे बिजली का तेज झटका लगा, जिससे वह बुरी तरह से झुलस गया. वह 14 फीट के खंभे से नीचे गिर गया. जब घटना पड़ोसियों के संज्ञान में आई, तो वे सुमित को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए. उसकी हालत गंभीर थी जिससे उसे सर्वोपचार अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. फिलहाल उसका गहन चिकित्सा इकाई में इलाज चल रहा है. करंट लगने से वह 50 फीसदी तक जल गया है और डॉक्टर उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
मां ने कहा था ‘संभलकर पतंग उड़ाना’
घटना के समय लड़के की मां घर में अकेली थी. उनकी मां ने उनसे सुबह कहा था कि ‘संभलकर पतंग उड़ाना’. हालांकि, जब मां को अपने पड़ोसियों से घटना के बारे में पता चला तो उसे धक्का लगा. उसके पिता, एक छोटे पैमाने के किसान है. मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर ऐसी घटना घटने से अब वह चिंतित हैं. वह इकलौता बेटा था. सुमित आठवीं कक्षा में नूतन विद्यालय का छात्र है और उसकी दो बहनें हैं.