औरंगाबाद. लॉकडाउन के चलते गत सवा दो माह से शहर के व्यापार पेठ पूरी तरह बंद है. शहर में बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मरीज बेहतर होने का ग्राफ भी बढऩे के साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या में आए दिन गिरावट हो रही है. इन सारी स्थिति को मद्देनजर रखकर सभी व्यापार पेठ खुली रखने की अनुमति देने की मांग औरंगाबाद जिला व्यापारी महासंघ ने मनपा प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय को एक ज्ञापन देकर की.
जिला व्यापारी महासंघ की मनपा प्रशासक से मांग
ज्ञापन में महासंघ के अध्यक्ष जगन्नाथ काले, सचिव लक्ष्मीनारायण राठी ने बताया कि लॉकडाउन काल में प्रशासन ने जारी किए सभी आदेशों का व्यापारियों ने पालन किया. गत सवा दो माह से व्यापार पेठ बंद होने से व्यापारियों की आर्थिक स्थिति चरमरा गयी है. जल्द ही बारिश का मौसम आरंभ होनेवाला है. ऐसे में बारिश के पूर्व किए जानेवाले साफ सफाई के कार्यों को पूरा करने तथा दूबारा व्यापार शुरु करने के लिए सभी व्यापार पेठों को खुले रखने की परमिशन देने की मांग जिला व्यापारी महासंघ ने की. ज्ञापन में बताया गया कि बारिश के पूर्व दुकाने खोलने की परमिशन नहीं दी गई तो व्यापारियों का उससे करोडो रुपए का नुकसान हो सकता है. प्रशासन ने सारी स्थिति को जानकर व्यापारियों की सभी प्रतिष्ठाने शुुरु करने के लिए परमिशन देने की मांग की.
व्यापार शुरु होने पर लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा
अध्यक्ष जगन्नाथ काले ने बताया कि लॉकडाउन में व्यापारियों का बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान हुआ है. व्यापार शुरु होने पर लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा. सरकार को जीएसटी द्वारा राजस्व मिलेंगा. वहीं, मनपा को भी व्यापारियों से राजस्व मिलेगा. लॉकडाउन में व्यापारियों के हुए नुकसान पर सरकार ने आज तक किसी प्रकार की सुध नहीं ली. इस पर महासंघ ने नाराजगी जतायी, बल्कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अधिक दिनों तक व्यापार पेठों को बंद रखना कहां तक उचित है? यह सवाल कर प्रशासन ने सारी स्थिति को जानकर जल्द से जल्द शहर के सभी व्यापार पेठ खोलने की अनुमति देने की मांग जिला व्यापारी महासंघ ने मनपा प्रशासक से की.