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    नई दिल्ली/मुंबई. एक तरफ महाराष्ट्र (Maharashtra) में उद्धव सरकार ने स्कूलों को खोलने (Openeing School) की महत्वपूर्ण अनुमति दे दी है। वहीं अब स्कूलों में भी 24 जनवरी से क्लासेस चलाने की बड़ी तैयारियां हो रही हैं। लेकिन इन सबके बीच हुए एक ऑनलाइन सर्वे में यह तथ्य सामने आया है कि, करीब 62% अभिभावक अपने बच्चों को फिलहाल स्कूल भेजने के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं हैं। साथ ही पैरंट्स यह भी चाहते हैं कि बच्चों की ऑनलाइन क्लास ही हों। वहीं मात्र 11% अभिभावकों ने ही फिलहाल बच्चों को स्कूल भेजने की बात कही है।

    गौरतलब है कि महाराष्ट्र राज्य में ऑफलाइन क्लासेस अक्टूबर में फिर से खुली थीं लेकिन तब पैरंट्स ने डरकर बच्चों को स्कूल नहीं भेजा। स्कूल खुलने के लगभग दो महीने बाद यानी दिसंबर में बच्चों की उपस्थिति 90% तक देखि गयी थी। हालांकि इसी बीच फिर से ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के कारण स्कूलों को बंद कर दिया गया था। लेकिन अब राज्य ने अपने यहाँ स्कूलों को खोलने की अनुमति दे दी है।

    सभी जिलों में आया यह सर्वे रिजल्ट 

    इधर एक एक कम्युनिटी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘लोकलसर्किल’ ने महाराष्ट्र के सभी 36 जिलों के 1, 2, 3 टाइप शहरों में 4,976 अभिभावकों के बीच यह सर्वे किया था। इस सर्वेक्षण में यह पाया गया कि 62% माता-पिता बच्चों को फिलहाल फिजिकल स्कूल भेजने का जोखिम उठाने को तैयार नहीं हैं। इस बाबत अध्यक्ष और संस्थापक सचिन टापरिया ने कहा कि माता-पिता चाहते हैं कि जब तक कोविड पॉजिटिविटी रेट 5% या उससे कम न हो, बच्चों के लिए स्कूल बिल्कुल भी नहीं खोले जाने चाहिए।सर्वेक्षण में भाग लेने वालों में लगभग 67% पुरुष थे। टाइप 1 शहरों में 44% भागीदारी देखी गई, इसके बाद टियर 2 से 31% और टियर 3, 4 और ग्रामीण क्षेत्रों से 25% पैरंट्स ने इस सर्वेक्षण में भाग लिया था।

    क्या हैं राज्य के हाल 

    गौरतलब है कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी कोरोना अब अपनी डरावनी रफ़्तार से आगे बढ़ रहा है। बीते शनिवार शाम को आई स्वास्थ्य विभाग के रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में कोरोना के 46,393 नए मामले सामने आए हैं। वहीं बीते 24 घंटे में कोरोना के 30,795 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया है। फिलहाल राज्य में कोरोना के नए केस आने के बाद अब एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 2,79,930 हो चुकी है।