Bribe, Maharashtra
महाराष्ट्र में रिश्वत

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    नागपुर. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बुधवार की रात ग्रामीण आरटीओ के इंस्पेक्टर और 2 दलालों को ट्रक चालक से वसूली करते रंगेहाथ पकड़ा. इस कार्रवाई से आरटीओ विभाग में हड़कंप मच गया है. पकड़े गए आरोपियों में आरटीओ इंस्पेक्टर अभिजीत सुधीर मांजरे (39), रामटेक निवासी करण मधुकर काकड़े (28) और कामगार कॉलोनी, सुभाषनगर निवासी विनोद महादेवराव लांजेवार (48) का समावेश है. मांजरे ग्रामीण आरटीओ में कार्यरत हैं और उनकी पोस्टिंग कांद्री चेक पोस्ट पर थी.

    33 वर्षीय ट्रक चालक बुधवार को मनमाड़ से रीवा जा रहा था. कांद्री पोस्ट पर मांजरे के 2 दलालों ने उसका वाहन रोका. उस पर जबरदस्ती चालान कार्रवाई की और 500 रुपये एंट्री भी मांगी. चालान होने के बावजूद पैसे मांगने के कारण ट्रक चालक ने इनकार कर दिया. दोनों दलालों ने मांजरे की उपस्थित में ट्रक चालक के साथ गाली-गलौज कर गाड़ी जब्त करने की धमकी दी.

    मजबूरन उसने 500 रुपये दे दिए और आगे बढ़ गया. कुछ दूर जाने के बाद उसकी गाड़ी में खराबी आ गई. मालिक ने गाड़ी नागपुर ले जाने को कहा. ट्रक चालक पलटकर वापस नागपुर की तरफ आया. तब दोबारा उसका वाहन रोककर एंट्री के लिए 500 रुपये मांगे गए. ट्रक चालक ने अपने मालिक को जानकारी दी. मालिक ने एसीबी से शिकायत करने को कहा. ट्रक चालक ने एसीबी से प्रकरण की शिकायत की. एसीबी की टीम ने जाल बिछाया. मांजरे की उपस्थिति में दलालों को 500 रुपये लेते रंगेहाथ दबोचा गया. 

    पत्नी भी रही है विवादों में

    मांजरे की पत्नी गीता शेजवल भी नागपुर आरटीओ में निरीक्षक हैं. दोनों ही काफी चर्चा में रहे हैं. एसीबी के सूत्रों का दावा है कि मांजरे और शेजवल की संपत्ति की जांच की जा रही है. दोनों ने अलग-अलग शहरों में कई एकड़ जमीन खरीद रखी है. इसके अलावा 4 फ्लैट और कुछ प्लॉट खरीदे हैं. लाखों रुपये ब्याज पर चलाने की जानकारी है. गीता शेजवल ने उस्मानाबाद में काम करते हुए योग्यता प्रमाणपत्र का घोटाला किया था. इस प्रकरण में पुलिस ने गीता और एक स्कूल प्रबंधन के खिलाफ धोखाधड़ी की विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. विभागीय जांच में गीता को दोषी भी पाया गया था और उनकी वेतन वृद्धि भी रोकी गई थी.

    आरटीओ के सूत्रों की मानें तो मांजरे ने अपनी पत्नी गीता के भाई मनोज शेजवल के साथ मिलकर कई अधिकारियों को भी धमकाया है. मनोज के खिलाफ भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. दबाव तंत्र अपना कर और अधिकारियों को धमकाकर मनचाही मलाई दार पोस्टिंग ली जाती है. ग्रामीण आरटीओ के विभिन्न चेक पोस्ट पर इसी तरह ट्रक चालक और मालिकों को धमकाकर वसूली किए जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं होती.