नागपुर. यशोधरानगर परिसर से लापता हुई 15 वर्षीय किशोरी को क्राइम ब्रांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) ने 5 वर्ष बाद ढूंढ निकाला. वह ब्वॉयफ्रेंड से विवाह कर चुकी है और 8 माह का बच्चा भी है. 2 सितंबर 2018 को किशोरी अपने घर से गायब हो गई थी. परिजनों ने तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला. दूसरे दिन पुलिस से शिकायत की गई और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार अपहरण का मामला दर्ज किया गया. यशोधरानगर पुलिस को कोई जानकारी हाथ नहीं लगी.
कुछ दिन पहले अधिकारियों ने एएचटीयू को प्रकरण की जांच करने के आदेश दिए. परिजनों ने मुलताई, मध्य प्रदेश निवासी प्रकाश दौलतराव लोखंडे पर संदेह जताया था. एएचटीयू की टीम ने अपने खबरियों को काम पर लगाया. शुक्रवार को जानकारी मिली कि किशोरी अपनी किसी सहेली से मिलने वाली है. वांजरा लेआउट परिसर में ही पुलिस ने किशोरी को ढूंढ निकाला. पूछताछ करने पर पता चला कि किशोरी के पिता और प्रकाश एक ही कंपनी में काम करते थे.
इस वजह से प्रकाश का घर पर जाना-आना था. इसी दौरान किशोरी की प्रकाश से दोस्ती हो गई और प्रेम संबंध बन गए. दोनों नागपुर में ही माता-पिता से छिपकर रह रहे थे. अब किशोरी को 8 महीने का बच्चा भी है. एपीआई समाधान बजबलकर, हेड कांस्टेबल ज्ञानेश्वर ढोके, मनीष पराये, दीपक बिंदाने, ऋषिकेश डुमरे, आरती चौहान और अश्विनी खोड़पेवार ने कार्रवाई को अंजाम दिया.