राज्य की राजनीति में शुरू गतिविधियों के असर से सुस्ताया सरकारी कामकाज

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    नाशिक : राज्य (State) में होने वाली रोमांचकारी गतिविधियों (Thrilling Activities) की ओर जिला प्रशासन के अधिकारियों (Officials) का भी ध्यान लगा हुआ है। टैब, कम्प्युटर्स इतना ही नहीं बल्कि मोबाइल से भी राजनीतिक गतिविधियों (Political Activities) की अपडेट्स लेने में प्रशासकीय अधिकारी व्यस्त होने का चित्र देखने को मिल रहा है। इसके चलते जिलाधिकारी कार्यालय का कामकाज सुस्ता गया है। महा विकास अघाड़ी सरकार (Maha Vikas Aghadi Government) के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से बगावत करते हुए नया गुट स्थापित किया है। अधिकतर विधायक इस गुट में शामिल होने से महा विकास अघाड़ी सरकार का अस्तित्व खतरे में है। राज्य में प्रति दिन नई जानकारी सामने आ रही है, जिसका परिणाम सरकारी कार्यालय के कामकाज पर हो रहा है। राज्य में वर्तमान सरकार रहेगी की, अन्य दल सत्ता स्थापन करेगा, जिसे लेकर जोरदार चर्चा शुरू है। 

    अधिकारी-कर्मियों में इसे लेकर उत्सकुता बढ़ गई है। जिलाधिकारी कार्यालय सहित, जिला परिषद, महानगरपालिका के संभाग कार्यालय और अन्य सरकारी कार्यालय में सरकार को लेकर कामकाज छोड़कर गप्पे लगाए जा रहे है। आम नागरिक कामकाज संबंधी पूछपरख करने के लिए पहुंचकर उन्हें गोलमोल जवाब देकर रवाना किया जा रहा है।  

    तबादलों की चिंता

    तहसीलदार, उपजिलाधिकारी संवर्ग के अधिकारियों को तीन वर्षो के बाद नियमित तबादलों की आस होती है। पसंदीदा इलाकों में नियुक्ति के लिए कई अधिकारी मंत्री कार्यालय में अर्थपूर्ण फिल्डिंग लगाते है। मई महीने में राज्य सरकार तबादलों के आदेश जारी होता है। परंतु इस बार 30 जून तक तबादले न करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। इस तबादलों के लिए मंत्रालय के चक्कर काटने के बावजूद बदलते राजनीतिक प्रवाह के कारण पसंदीदा इलाकों में तबादला होगा अथवा नहीं इसे लेकर अधिकारियों में चिंता देखने को मिल रही है।