Raj Thackeray
File Pic

    Loading

    नाशिक : आगामी चुनाव (Upcoming Elections) की पृष्टभूमी में महत्वपूर्ण सर्वें करने के साथ-साथ पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के बीच क्या चल रहा है इसके लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra Navnirman Sena) के संस्थापक अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thackeray)12 और 13 दिसंबर को नाशिक दौरे पर आ रहे हैं। पिछले दिनों उन का यह दौरा रद्द कर दिया गया था। दौरे के दौरान वह मनसे के प्रदेश महासचिव अशोक मुर्तदक के घर भी जाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि यही दौरे का मुख्य उद्देश्य है।

    पूर्व मेयर अशोक मुर्तडक की बेटी की कुछ दिन पहले कोरोना से मौत हो गई थी। शहर अध्यक्ष दिलीप दातिर और जिलाध्यक्ष अंकुश पवार ने बताया कि राज अपने नाशिक दौरे के दौरान मुर्तडक के आवास का दौरा करेंगे। राज ने पिछले सोमवार को ही नाशिक का दौरा किया था। किसी कारण से इसे स्थगित कर दिया गया था। यह दौरा अब होगा। 12 और 13 को राज के दौरे के चलते कुछ बैठकें भी आयोजित की जाएंगी। मनसे आगामी नगर निकाय चुनावों के लिए कमर कस रही है और उसी के अनुसार योजना बनाई जा रही है। इसीलिए राज के आदेश के तहत शाखा अध्यक्ष को केंद्र में रखकर और पार्टी कार्यकर्ताओं के सहयोग से लोगों का समर्थन हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है। दातिर और पवार ने यह भी कहा कि राज ठाकरे की यात्रा के दौरान पार्टी के कुछ महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे।

    आगामी चुनाव को देखते हुए राज पिछले कुछ महीनों से नाशिक पर फोकस कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने नाशिक के दो-चार चक्कर भी लगाए। राज ने महानगरपालिका की सत्ता की चाबी हासिल करने के लिए मनसे के पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया है। इसके लिए उन्होंने नाशिक के दो-चार चक्कर भी लगाए। सूत्रों ने बताया कि उनके नाशिक दौरे के दौरान सभी की निगाहें इस बात पर टिकी थीं कि वह पदाधिकारियों समेत प्रमुख कार्यकर्ताओं को क्या देंगे, उनसे क्या कहेंगे या चुनाव के लिए उन्हें क्या नया मंत्र देंगे। सूत्रों ने कहा कि यात्रा के दौरान केवल दो कार्यक्रमों की योजना है, अर्थात् मुर्तडक के आवास का दौरा और पार्टी में प्रवेश। उस समय पदाधिकारियों और चयनित कार्यकर्ताओं से बंद कमरे में चर्चा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता था, इसलिए पदाधिकारियों के साथ-साथ कार्यकर्ता भी तैयार हो रहे हैं।

    भाजपा से होगा गठबंधन 

    मनसे ने 2012 के महानगरपालिका चुनाव में भाजपा के समर्थन से सबसे ज्यादा 40 सीटें जीती थीं। चुनाव के बाद मनसे ने खुद को भाजपा के साथ जोड़ लिया था और पहले ढाई साल में मनसे ने सत्ता हथिया ली थी। भाजपा इस समय भारी फॉर्म में है, लेकिन शिवसेना के साथ कांग्रेस और एनसीपी ने भाजपा के खिलाफ बगावत कर दी है। तीनों दल इस समय भाजपा के खिलाफ स्थिति में हैं और मुझे नहीं लगता कि इसमें ज्यादा बदलाव होगा। ऐसे में भाजपा मनसे के साथ मिलकर महानगरपालिका चुनाव लड़ेगी, ऐसी ही चर्चा है। दोनों पक्षों की सटीक भूमिका की अभी घोषणा नहीं की गई है। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने अपनी अंतिम यात्रा के दौरान मुलाकात की थी। लेकिन दोनों के बीच खुलकर बातचीत हुई, इसलिए गठबंधन की बातचीत तेज होती दिख रही थी। इसलिए नागरिकों का ध्यान भी राज के दौरे की ओर खींचा गया है।