-शैलेन्द्र सिंह
पुणे: राज्य के बहुतायत इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लगातार तापमान में इजाफा हो रहा है। सुबह नौ बजे से ही अधिकांश जिलों के नागरिकों को लू (Heat) लगने लगी है। पिछले 12 महीनों में पुणे सर्कल (पुणे, सतारा, सांगली, कोल्हापुर, सोलापुर) में लू लगने के 50 मामले दर्ज किए गए हैं, फ़िलहाल लू का कोई नया मामला प्रकाश में नहीं आया है। पुणे (Pune)और आसपास के इलाकों के तापमान (Temperature) लगभग 40 डिग्री के आसपास पहुंच चुका है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने शहर में स्वास्थ्य सुविधाओं को अलर्ट (Alert) किया है कि वे ऐसे हर मामले की निगरानी और रिपोर्ट करें।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि अस्पतालों को 1 मार्च से 31 जुलाई तक जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय कार्यक्रम के एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच (IHIP) पर गर्मी से संबंधित बीमारी के मामलों पर फॉर्म भरना आवश्यक है। पुणे महानगरपालिका (PMC) के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सूर्यकांत देवकर ने बताया कि पीएमसी ने अप्रैल के पहले सप्ताह में अस्पतालों को फिर से अलर्ट किया है कि गर्मी से होने वाली किसी भी बीमारी और मृत्यु के आधार पर उनकी सुविधा पर फॉर्म भरे जाएं। हालांकि उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोई खतरनाक स्थिति नहीं है, लेकिन स्थिति ख़राब न हो इसलिए सभी अस्पतालों को अलर्ट किया गया हैं।
कुछ डिस्पेंसरी और अस्पतालों ने अभी तक पोर्टल पर अकाउंट ही नहीं बनाया
गर्मी से संबंधित बीमारी की निगरानी का उद्देश्य गर्मी के कारण बीमारी और मृत्यु दर का आकलन करना, गर्मी के प्रभाव को अनुकूलित और कम करने के लिए उपायों की योजना बनाना और जलवायु कार्रवाई और बदलती जलवायु के प्रभाव का मूल्यांकन करना है। देवकर ने कहा कि 5 अप्रैल को पीएमसी स्वास्थ्य विभाग ने इन मामलों को अधिसूचित करने के महत्व को दोहराते हुए डिस्पेंसरियों, सरकारी अस्पतालों और निजी सुविधाओं के चिकित्सा अधिकारियों को एक पत्र भेजा है। देवकर ने बताया कि उन्होंने पाया है कि कुछ डिस्पेंसरी और अस्पताल हैं, जिन्होंने अभी तक पोर्टल पर अपना अकाउंट ही नहीं बनाया है।
गर्मी से से बचने के लिए एडवाइजरी जारी
इस बीच, सरकार के सूचना शिक्षा और संचार (आईईसी) अभियान के हिस्से के रूप में स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जो नागरिकों को हाइड्रेटेड रहने और गर्मियों के दौरान हल्के और ढीले सूती कपड़े पहनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। डॉ. देवकर ने कहा कि महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्मी से संबंधित बीमारी और उपचार के तौर-तरीकों की नैदानिक प्रस्तुतियों पर प्रसारित की एक एडवाइजरी भी जारी गई है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में दवाओं के पर्याप्त स्टॉक के अलावा कूलिंग रूम आरक्षित करने की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने घर से बाहर निकलते समय टोपी, छाता और पानी की बोतल साथ लेकर जाने की भी अपील की है।