Sarathi Helpline
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    पिंपरी : नागरी समस्याओं के निवारण और तमाम सरकारी और महानगरपालिका सुविधाओं की जानकारी देने के लिए पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) द्वारा शुरू की गई सारथी हेल्पलाइन (Sarathi Helpline) का कामकाज दो माह से ठप्प पड़े रहने से नागरिकों को काफी असुविधा (Inconvenience) हो रही है। सारथी हेल्पलाइन पर शिकायत के लिए टोकन (Token) मिलना बंद हो गया है। शिकायत के लिए कॉल करने के बाद एसएमएस (SMS) के माध्यम से प्राप्त होने वाला टोकन नंबर लगभग दो महीने से नहीं मिल रहे है। इससे अपनी शिकायत का समाधान हुआ है या नहीं? यह पता लगाना नागरिकों के लिए मुश्‍किल बन गया है। शिकायतों की ट्रैकिंग नहीं की जा सकती, शिकायतों का समाधान नहीं होता है। इसलिए लोगों को टोकन नंबर प्राप्त करने के लिए बार-बार कॉल करने पड़ रहे हैं।

    टोकन प्राप्त करने के लिए एसएमएस के जरिए दिए जाने वाले टोकन नंबर का सिस्टम फिर से शुरू करने की मांग की जा रही है। हालांकि महानगरपालिका प्रशासन इसकी अनदेखी करता नजर आ रहा है। महानगरपालिका के विभिन्न विभागों की नागरी सेवाओं और सुविधाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए एक अत्याधुनिक कम्प्यूटरीकृत हेल्पलाइन (कॉल सेंटर) की स्थापना की गई थी। तत्कालीन महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. श्रीकर परदेशी की पहल पर यह हेल्पलाइन 15 अगस्त 2013 को लॉन्च की गई थी। सारथी हेल्पलाइन टेलीफोन सेवा नागरिकों की दैनिक समस्याएं सुलझाने के लिए सप्ताह के सातों दिन और 24 घंटा उपलब्ध हैं, जिसके जरिए लोगों को आवश्‍यक जानकारी फोन पर मिलती है। इस हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज होने के बाद उसका टोकन मिलना बहुत जरूरी होता है। यह टोकन नंबर एसएमएस के जरिए आता है।

    एसएमएस के जरिए टोकन नंबर देने की मांग

    अपने द्वारा दर्ज की गई शिकायत की स्थिति क्या है, इसका निवारण किया गया है? आदि जानकारी टोकन नंबर से मिलती है। इसलिए टोकन लेना बहुत जरूरी होता है। पिछले दो महीने से एसएमएस के जरिए टोकन नंबर मिलना बंद हो गया हैं। नागरिकों को यह समझ में नहीं आता है कि शिकायत का निपटारा किया गया है या नहीं? इसलिए फोन की बजाय एसएमएस के जरिए टोकन देने की पद्धति तत्काल शुरू करने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से इसकी अनदेखी की जा रही है। इससे लोगों में नाराजगी व्यक्त की जा रही है। महानगरपालिका कमिश्नर राजेश पाटिल का ध्यानाकर्षित करने पर उन्होंने इस मामले में खुद ध्यान देने की बात कही है।