पिंपरी: दुनिया में धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज (Chhatrapati Sambhaji Maharaj) की सबसे ऊंची पूर्ण आकार की मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ हिंदू भूषण’ (Statue of Hindubhushan) को साकार ने का काम दिल्ली (Delhi) में चल रहा है। पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) भाजपा (BJP) के शहर अध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे (MLA Mahesh Landge) की संकल्पना से मोशी में शंभूसृष्टि का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। यहां छत्रपति संभाजी महाराज की 140 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी। दिल्ली में एक वर्कशॉप में स्मारक पर काम चल रहा है। विधायक लांडगे ने वहां पहुंचकर इसके काम का निरीक्षण किया।
विधायक ने कहा कि पिंपरी-चिंचवडकर समेत तमाम शिव-शंभू प्रेमी जनता के लिए यह स्मारक अभिमानस्पद साबित होगा। यह हिन्दू और मराठा समुदाय के लिए हिन्दू धर्म और संस्कृति संरक्षण के लिए प्रेरणादायक साबित होगा। पिंपरी-चिंचवड़ के मोशी-बोऱ्हाडेवाडी में स्थापित किए जाने वाले छत्रपति संभाजी महाराज के स्मारक के 40 फीट चबूतरा बनाया जा रहा है। इसकी ऊंचाई 100 फीट रहेगी। वैश्विक स्तर के शिल्पकार राम सुतार और प्रसिद्ध लेखक विश्वास पाटील के मार्गदर्शन में इस स्मारक का काम शुरू है। जल्द ही इसका काम पूरा होगा और इसे शिवशंभु सृष्टि में स्थापित किया जाएगा, यह भी उन्होंने बताया। भूतपूर्व महापौर राहुल जाधव, नगरसेविका अश्विनी जाधव, सारिका बोऱ्हाडे, नितीन बोऱ्हाडे, संतोष जाधव आदि उनके साथ उपस्थित थे।
छत्रपति संभाजी महाराज की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाई जा रही
भाजपा की स्थानीय नगरसेविका सारिका बोरहाडे ने कहा कि मोशी और शहर के आसपास के इलाकों में बड़ी परियोजनाएं स्थापित की जा रही हैं। मुझे गर्व है कि छत्रपति संभाजी महाराज की पूर्ण आकार की प्रतिमा को विधायक महेश लांडगे की अवधारणा के माध्यम से मेरी प्रभाग में साकार किया जा रहा है। पूर्व महापौर राहुल जाधव ने कहा कि शामिल गांवों का विकास वास्तव में विधायक महेश लांडगे की कोशिशों के ही नतीजा है। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाई जा रही है। महानगरपालिका में शामिल होने के बाद से इन गांवों के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। हालांकि विधायक लांडगे शामिल गांवों के नागरिकों की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं।
ऐसी है हिंदू भूषण की मूर्ति!
छत्रपति संभाजी महाराज की प्रतिमा की ऊंचाई: 140 फीट
चबूतरे की ऊंचाई: 40 फीट
कुल क्षेत्रफल: लगभग 3 एकड़
स्थान: मोशी-बोऱ्हाडेवाडी, पिंपरी-चिंचवड़
सरसेनापति हम्बीराव मोहिते की मूर्ति: 10 फीट
सरदार और मावले की कुल 16 मूर्तियां: 10 फीट
प्रतिमा के प्रांगण में ओपन एयर थियेटर
प्रमुख आयोजनों पर आधारित कांस्य भित्ति चित्र
शंभूराज की गाथा सुनने के लिए 40 बाय 20 फीट एलईडी स्क्रीन
चलचित्र और प्रकाश योजना
शंभूराज की होलोग्राफिक प्रस्तुति व्यवस्था
मंच के दोनों ओर नियंत्रण कक्ष
प्रतिमा का कंकाल एसएस में होगा
प्रतिमा के अंदर लिफ्ट होगी, तो रखरखाव किया जा सकता है
विशेष रूप से प्रतिमा की गुणवत्ता को करीब 1000 साल तक बनाए रखने के लिए काम किया जा रहा है