दक्षिण 24 परगना/बांकुड़ा. पश्चिम बंगाल (West Bengal) में आगामी पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) को लेकर घमासान जारी है। इस बीच दक्षिण 24 परगना (South 24 Parganas) और बांकुड़ा जिमें विभिन्न राजनितिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हो गई।
जानकारी के मुताबिक दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग में बुधवार (14 जून) को पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो गुटों में झड़प हो गई। जिसमें दो लोग घायल हो गए। जबकि, कई पुलिसकर्मीयों को चोटें आई है।
कैनिंग अनुमंडल पुलिस अधिकारी, दिबाकर दास ने बताया, “दो गुटों में मारपीट हो गई। भीड़ ने पुलिस पर भी हमला किया। मैं भी घायल हो गया था। कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं। 2 लोग घायल हो गए। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है और फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। हमने 17-18 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना की जांच की जा रही है।”
West Bengal: A clash broke out between two groups during the filing of nominations for the panchayat elections in Canning, South 24 Parganas.
There was a clash between two groups. The mob attacked the police as well. I was also injured. Some policemen got minor injuries. 2… pic.twitter.com/xKMFvtViaM
— ANI (@ANI) June 14, 2023
वहीं, दक्षिण 24 परगना के भांगर इलाके में इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) और TMC के समर्थक आपस में भिड़ गए। स्थिति पर काबू के लिए भारी पुलिस बल वहां भेजा गया, जिसने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। दोनों दलों के समर्थकों ने एक-दूसरे को नामांकन दाखिल करने से रोकने की कोशिश की और इस क्रम में उन्होंने बम फेंके एवं कई कारों को नुकसान पहुंचाया। पुलिस के अनुसार दोनों पक्षों के कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
बांकुड़ा में भी दो राजनितिक दलों में झड़प हो गई। जानकारी के मुताबिक इंदास इलाके में नामांकन केंद्र के बाहर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं की तृणमूल समर्थकों से झड़प हो गई। पुलिस द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश किए जाने के बावजूद दोनों दलों के समर्थक आपस में भिड़ गए और एक-दूसरे पर पथराव किया।
गौरतलब है कि पंचायत चुनाव 8 जुलाई को होंगे और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 15 जून है। वहीं कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि बढ़ाने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने मामले को राज्य चुनाव आयोग के विवेक पर छोड़ दिया है।
उल्लेखनीय है कि पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया नौ जून को शुरू हुई और उसके बाद से ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में नामांकन रोकने के लिए हिंसक घटनाएं हुईं। भाजपा, कांग्रेस और माकपा आदि विपक्षी दलों ने TMC तृणमूल पर दूसरे दलों के उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोकने के लिए बाहुबल का उपयोग करने का आरोप लगाया है। (एजेंसी इनपुट के साथ)