नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस दौरान राजनीति, बॉलीवुड और खेल जगत के लोग मौजूद रहेंगे। हालांकि, कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के कई दलों ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकरा दिया और अयोध्या जाने से साफ इनकार कर दिया है। इसी बीच कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने गुरुवार को अपनी पार्टी द्वारा प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकराने को लेकर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि निमंत्रण अस्वीकार करना सही नहीं था और इस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।
कृष्णम ने कहा, “भगवान राम भारत की आत्मा हैं। भगवान राम के बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसलिए, मुझे लगता है कि (प्राणप्रतिष्ठा का) निमंत्रण अस्वीकार करना सही नहीं था और इस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।”
#WATCH | Noida, Uttar Pradesh | Congress leader Acharya Pramod Krishnam says, “…Lord Ram is the soul of India. India can’t even be imagined without Lord Ram. So, I think declining the invitation (to pranpratishtha) was not correct and it should be reconsidered.” pic.twitter.com/Qq8DZ679Ev
— ANI (@ANI) January 18, 2024
आचार्य प्रमोद कृष्णम को मिला निमंत्रण
बता दें कि प्रमोद कृष्णम को बुधवार को 22 जनवरी को होने वाले श्री राम जन्म भूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया गया है। निमंत्रण मिलने पर उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस अवसर का निमंत्रण मिला। इसके लिए मैं आयोजन से जुड़े सभी महानुभावों का आभार व्यक्त करता हूं। आचार्य ने कहा कि एक तरफ श्री राम मंदिर और दूसरी तरफ श्री कल्कि धाम में मंदिर का रास्ता प्रशस्त हुआ है।
ये नेता नहीं समारोह में नहीं होंगे शामिल
गौरतलब है कि कांग्रेस मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू यादव, वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) प्रमुख प्रकाश आंबेडकर इस समारोह में शामिल नहीं होंगे।
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण मिला है। हालांकि, नीतीश ने इस कार्यक्रम में शामिल होंगे या नहीं, अभी इस बारे में उन्होंने चुप्पी साध रखी है।