बीजिंग. चीन के विमानन नियामकों ने गुरुवार को कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में ढील दिये जाने के साथ ही और अधिक विदेशी एयरलाइनों को चीन के लिए उड़ान सेवाएं संचालित करने की अनुमति होगी, लेकिन इससे यह स्पष्ट नहीं है कि यह कदम हवाई यात्रा को लेकर ट्रम्प प्रशासन के साथ उभरे एक ताज़ा विवाद को कम करेगा या नहीं। यह घोषणा तब हुई है जब एक दिन पहले बुधवार को अमेरिका ने कहा था कि वह चार चीनी एयरलाइनों पर रोक लगाएगा क्योंकि चीन ने यूनाइटेड एयरलाइन्स और डेल्टा एयरलाइन्स को चीन के लिए उड़ानें फिर से शुरू करने की अनुमति नहीं दी है।
मार्च में जब प्रतिबंध लगाया गया था, तब चीन के लिए उड़ान भरने वाली एयरलाइनों को हरेक सप्ताह एक उड़ान संचालित करने की अनुमति दी गई थी। यूनाइटेड और डेल्टा एयरलाइन्स ने इससे पहले ही अपनी उड़ानों को स्थगित कर दिया था और फिर से शुरू करने की अनुमति मांगी थी।
चीन के नागरिक उड्डयन प्रशासन ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि मार्च की सूची में नहीं आने वाली एयरलाइन कंपनियां सोमवार से हर सप्ताह एक उड़ान संचालित कर सकती है। इस घोषणा से यूनाइटेड और डेल्टा के लिए दरवाजा खुलने का संकेत मिलता है लेकिन सीएएसी ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया कि कौन सी एयरलाइन कंपनियां इसके दायरे में आएंगी। सीएएसी में फोन का जवाब देने वाली एक कर्मचारी ने कहा कि उसके पास इसका कोई विवरण नहीं है।
चीनी नियामकों की घोषणा को लेकर यूनाइटेड एयरलाइन ने एक बयान में कहा, ‘‘हम अमेरिका और चीन के बीच यात्री सेवा को फिर से शुरू करने की आशा करते हैं यदि नियामक हमें ऐसा करने की अनुमति देता है।” अमेरिका-चीन के बीच पहले से ही व्यापार, प्रौद्योगिकी, ताइवान, मानवाधिकार और हांगकांग की स्थिति को लेकर तनाव चल रहा है। (एजेंसी)