पटना: पेगासस मुद्दे (Pegasus Spy Case) को लेकर संसद में हंगामा मचा हुआ है। विपक्षी दल लगातार सरकार (Modi Government) को घेर रहे हैं। पिछले दो हफ्तों से इसी मुद्दे को लेकर दोनों सदनों में हंगामा शुरू है। एक ओर विपक्ष (Opposition) जहां सरकार पर जासूसी करने का आरोप लगा रहे हैं, वहीं सरकार इसे मैनिपुलेटेड मुद्दा बता रही है। वहीं इस मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने विपक्ष का समर्थन करते हुए संसद में चर्चा कराने की मांग की है।
कुमार ने कहा कि, “फोन टैपिंग की बात इतने दिनों से आ रही है, इस पर जरूर चर्चा होनी चाहिए। ऐसे विषयों पर एक-एक बात को देख करके उचित कदम उठाना चाहिए। क्या हुआ है, क्या नहीं हुआ है, संसद में कुछ लोग बोल रहे हैं और जो समाचार पत्रों में आता है वही देखते हैं हम।” उन्होंने कहा, लेकिन जो भी है उसकी ठीक से जांच होनी चाहिए और जो भी सच्चाई है वो सामने आनी चाहिए।
#WATCH | "…We have been hearing about telephone tapping for so many days, the matter should be discussed (in Parliament)…", says Bihar Chief Minister Nitish Kumar pic.twitter.com/hi98D22rAU
— ANI (@ANI) August 2, 2021
ज्ञात हो कि, जब से पेगासस जासूसी की ख़बर सामने आई है, तब से ही विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। सभी विपक्षी दल सरकार पर नेताओं और अधिकारीयों की जासूसी का आरोप लगा रहे हैं। इसी को लेकर पिछले दो हफ्तों से संसद की दोनों सदनों पर हंगामा शुरू है। तमाम दल सरकार पर इस विषय पर चर्चा कराने की मांग कर रहे हैं। वहीं सरकार भी इसके लिए तैयार है, लेकिन वह किसी रूल के अनुसार चर्चा के पक्ष में नहीं है। सरकार ने पहले ही स्पस्ट कर दिया है कि, मंत्री सदन में जवाब नहीं देंगे, क्योंकि सरकार पहले ही इस पर सदन के अंदर जवाब दे चुके हैं ।
हंगामें से जनता के 133 करोड़ स्वः
पेगासस मुद्दे को लेकर सदन में विपक्ष जोरदार हंगामा कर रहा है. विपक्ष के इस हंगामे के वजह से सदन के दो हफ्ते पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं. सरकार ने जानकारी देते हुए कहा कि अब तक संसद की कार्यवाही कुल निर्धारित 107 घंटे में से सिर्फ 18 घंटे ही चल पाई तथा इस व्यवधान से करदाताओं (Tax Payer) के 133 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।” 19 जुलाई से आरंभ हुए संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) में अब तक करीब 89 घंटे हंगामे की भेंट चढ़ चुके हैं। मौजूदा सत्र 13 अगस्त तक चलना है।