औरंगाबाद. महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड (Maharashtra State Waqf Board) के खिलाफ केंद्रीय वक्फ समिति (Central Waqf Committee) के पास 244 शिकायतें पहुंची है। उन शिकायतों पर संज्ञान लेकर केंद्रीय वक्फ समिति के सदस्य औरंगाबाद पहुंचे है। वक्फ की संपत्तियों और जमीनों पर बड़े पैमाने पर भूमाफियों (Land Mafia) ने कब्जा जमाया है। उन जमीनों को भूमाफियों से छुड़ाने के लिए हमने विशेष लक्ष्य केंद्रित किया है। राज्य वक्फ बोर्ड के सीईओ अनिस शेख के साथ केंद्रीय वक्फ समिति की सदस्यों ने मंगलवार को बैठक की। बैठक के बाद हमने यह पाया कि महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड की हालत काफी दयनीय है। यह आरोप केंद्रीय वक्फ समिति के सदस्य वसीम खान ने आयोजित प्रेस वार्ता में लगाया।
केंद्रीय वक्फ समिति की तीन सदस्यों की टीम महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड के कामकाज का जायजा लेने मंगलवार को औरंगाबाद पहुंची। उन सदस्यों में महाराष्ट्र से वसीम खान, तेलंगाना से हनीफ अली खान, जम्मू कश्मीर से डॉ. दरक्षा अंद्रावी शामिल थी। राज्य वक्फ बोर्ड के सीईओ के साथ बैठक के बाद वसीम खान ने बताया कि हम आज बोर्ड के कामकाज जायजा लेने औरंगाबाद पहुंचे है। राज्य बोर्ड की जमीन भगवान की है। उस पर बड़े पैमाने पर भूमाफियाओं के कब्जा करने से उसका इस्तेमाल समाज के उन्नति के लिए नहीं हो पा रहा है। हमारा प्रयास है कि समाज के उन्नति के लिए बोर्ड की जमीन का अधिक से अधिक इस्तेमाल हो।
6 साल से समिति ने देश के कई राज्यों का किया दौरा
एक सवाल के जवाब में वसीम खान ने बताया कि जबसे देश की बागडोर प्रधानमंत्री मोदी ने संभाली हैं, तबसे वे ‘सब का साथ सब का विकास’ का नारा देकर हर समाज के उन्नति के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं। उन्होंने राज्य की ठाकरे सरकार का नाम लिए बिना कहा कि मोदी सरकार की योजनाओं का फायदा आम जनता तक नहीं पहुंचाना चाहती है। केंद्रीय वक्फ समिति ने पिछले 6 सालों में देश के कई राज्यों का दौरा कर वहां के वक्फ संपत्तियों का जायजा लिया है। देश के तेलगांना, पंजाब और महाराष्ट्र में सबसे अधिक वक्फ संपत्तियां है। केंद्रीय वक्फ समिति द्वारा राज्यों में वक्फ संपत्तियों को अल्पसंख्याक समाज के उन्नति के लिए विकसित करने 2 से 4 करोड़ रुपए तक निधि दिया जाता है। यह निधि दक्षिण क्षेत्र में सबसे अधिक खर्च करने का दावा वसीम खान ने किया।
महाराष्ट्र से कोई प्रस्ताव नहीं
महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर वक्फ संपत्तियां है। इन संपत्तियों को विकसित करने के लिए राज्य वक्फ बोर्ड की ओर से आज तक कोई प्रस्ताव नहीं आया। इस पर वसीम खान ने नाराजगी जताते हुए बताया कि राज्य के 37 जिलों में वक्फ संपत्तियां है। जबकि इसके लिए सिर्फ 12 अधिकारी है। बोर्ड के कामकाज को गति देने के लिए 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों की भर्ती जरुरी है। इसको लेकर हमने आज के दौरे में सीईओ अनिस शेख से विस्तृत जानकारी ली है।
मुकेश अंबानी के बंगले के जमीन पर दिया हास्यास्पद जवाब
देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी का दक्षिण मुंबई में एंटीलिया बंगला है। यह बंगला वक्फ जमीन पर निर्माण किया हुआ है। यह बंगला अतिक्रमण कर बनाए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर वसीम खान ने हास्यास्पद जवाब देते हुए कहा कि मुकेश अंबानी के एंटीलिया बंगले का निर्माण अगर वक्फ की जमीन पर किया गया, और उसकी कोई शिकायत हमारे पास आती हैं तो हम उसकी जांच करेंगे। वसीम खान के इस जवाब पर पत्रकार भी हैरान रह गए। बाद में वसीम खान ने इस मामले से कन्नी काट ली।
सालों से नहीं हुई मुतवल्ली परिषद
केंद्रीय वक्फ समिति के सदस्यों ने बताया कि देश के अन्य राज्यों में मुतवल्लियों की परिषद लेकर उनके कब्जे में स्थित संपत्तियों को विकसित करने पर चर्चा की जाती। महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड द्वारा बीते कई सालों से मुतवल्ली परिषद नहीं ली गई। इसको लेकर भी हमने सीईओ अनिस शेख को आगाह करते हुए जल्द ही मुतवल्ली परिषद लेने पर जोर दिया। वसीम खान ने राज्य की वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी अनदेखी से और उन पार्टियों के नेताओं द्वारा ही सबसे अधिक वक्फ संपत्तियों पर कब्जे किए गए। वह अतिक्रमण हटाना जरुरी है। पत्रकार परिषद में भाजपा शहराध्यक्ष संजय केणेकर के अलावा भाजपा अल्पसंख्याक मोर्चा के पदाधिकारी उपस्थित थे।