Tadoba Safari

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  • 4 माह के परीक्षण के बाद हरी झंडी

चंद्रपुर. ताड़ोबा-अंधारी बाघ प्रकल्प (Tadoba Andhari Tiger Reserve) अंतर्गत आनेवाले बफर जोन में अब सफारी के लिए 4 इलेक्ट्रिक जिप्सी उपलबध की गई है. पर्यटकों की सेवा के लिए इन वाहनों को बफर जोन के उपसंचालक कुशाग्र पाठक ने मंगलवार  5 दिसंबर को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. 

इस समय कोअर झोन के उपसंचालक नंदकिशोर काले, उपसंचालक प्रशांत खाडे, ग्रीन आटो टेक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय वर्मा की उपस्थिति थी. विशेषकर इको फ्रेंडली वाहनों के लिए बाघ प्रकल्प से सटे ग्रामों में बेरोजगार युवाओं के लिए पहल किए जाने से इलेक्ट्रानिक वाहनों से बाघ एवं वन्यप्राणी दर्शन यह देश का प्रथम उपक्रक रहेगा. ऐसी जानकारी बफर जोन के उपसंचालक कुशाग्र पाठक ने दी.

प्रथम चरण में 4वाहन (जिप्सी ) जूनोना, कोलारा, नवेगांव, मामला गेट पर तैनात की गई है. इसके चलते वायु और ध्वनि प्रदूषण पर अंकुश लगेगा एवं पर्यटकों को वन्यप्राणियों के दर्शन सहज होगे. यह प्रयोग सफल हुआ तो और इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढायी जाएगी. ऐसा हुआ तो ताडोबा ध्वनि और वायु प्रदूषण से मुक्त होगा ऐसा विश्वास कुशाग्र पाठक ने व्यक्त किया. मुख्य वनजीव संरक्षक महीप गुप्ता एवं संचालक ताडोबा अंधारी बाघ प्रकल्प डा. जितेंद्र रामगांवकर के मार्गदर्शन में यह इलेक्ट्रिक जिप्सी का प्रयोग किया जार रहा है ऐसी जानकारी उन्होने दी.

एनटीसीए के आदेश का पालन

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए ) ने वनविभाग को इको फ्रेंडली-इलेक्ट्रिक बैटरी वाहनों का उपयोग करने के निर्देश दिए है. इसके तहत शासकीय स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग शुरू हुआ है. पर्यटकों के लिए यह प्रयोग 2021 एवं 2022 में किया गया. जो सफल नहीं हुआ था. इसके उपरांत 31 मार्च 2023 को इलेक्ट्रिक जिप्सी वाहन प्राप्त हुए. 4 महीने में इन वाहनों से पर्यटन का पूर्वभ्यास किए जाने के बाद जिप्सी पर्यटकों के सेवा में उपलब्ध की गई. जूनोना गेट पर साहिल बेग, कोलारा गेट पर प्रवीण धोने, नवेगांव में वीरेंद्र मानकर जबकि मामला गेट पर रामदास भासरकर तैनात रहने की जानकारी पाठक ने दी.

एक चार्जिंग पर दो समय सफारी

15 वर्ष पुरानी हुई जिप्सी में बदलाव कर दिल्ली के ग्रीन आटो टैक कम्पनी ने आईपी 69 तकनीकी का उपयोग कर इलेक्टिक जिप्सी तैयार की है. 6 घंटे में बैटरी पूर्ण चार्ज होने पर सफारी के 2 फेरियों जिप्सी चालक करेंगे. इससे उत्पन्न में वृध्दि होगी. 

वनविभाग की ओर से 4 लाख का कर्ज

पेट्रोल पर चलनेवाली जिप्सी बैटरी संचालित करने के लिए उसे 8 लाख रुपये और जीएसटी ऐस खर्च आता है. ताडोबा में जिप्सी की संख्या ध्यान में रखकर प्रदूषणरहित ताडोबा प्रकल्प करने के लिए जिप्सी मालिक को 4 लाख रुपये कर्ज वनविभाग की ओर से दिया जा रहा है. 3वर्ष की अवधि में यह कर्ज अदा करना है. इस पर वार्षिक  4 प्रश ब्याज लिया जाएगा.