CSMT Station

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    मुंबई: यूनेस्को (UNESCO) के वर्ल्ड हेरिटेज (World Heritage) की श्रेणी में आने वाले देश के सबसे पुराने सीएसएमटी स्टेशन (CSMT Station) का मेकओवर (Makeover) की प्रक्रिया शुरू हो गई है। छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस की रिमॉडलिंग के लिए महाराष्ट्र हेरिटेज कंजर्वेशन कमिटी (MHCC) का अप्रूवल मिल गया है। बताया गया कि पीपीपी (PPP) के तहत हाइब्रिड मॉडल पर किए जाने वाले मेकओवर प्लान (Makeover Plan) की मंजूरी के लिए अलग-अलग कमिटियों की मंजूरी लेनी पड़ती है। 

    एमएचसीसी की मंजूरी मिलने के बाद अब प्रस्ताव पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप अप्रूवल कमेटी के पास जाएगा। जिनमें कई मंत्रालयों के साथ नीति आयोग भी शामिल होता है। इस कमेटी के साथ इंडियन रेलवे लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी का अप्रूवल मिलने के बाद हायब्रिड मॉडल पर बिड लगाने कंपनियों को आमंत्रित किया जायेगा।

     हायब्रिड एन्यूटी से खर्च कम

    रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, हायब्रिड एन्यूटी मॉडल से स्टेशन रिमॉडलिंग का खर्च कम आएगा। इस योजना के तहत लगने वाली राशि का 40 प्रतिशत खर्च रेलवे वहन करेगी, जबकि 60 प्रतिशत निजी डेवलपर लगाएगा। निजी विकासक का पैसा रेलवे चरणबद्ध तरीके से लौटाएगी।

    1,350 करोड़ होंगे खर्च

    मध्य रेलवे के अनुसार, सीएसएमटी के मेकओवर पर लगभग 1350 करोड़ रुपए खर्च होंगे। गौरतलब है कि इसके पहले पीपीपी के तहत बनी योजना पर लगभग 1,642 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान था। नया मॉडल अपनाने से लगभग 350 करोड़ की बचत के साथ रेलवे की हिस्सेदारी भी कायम रहेगी।

    भायखला-दादर का विकास

    सीएसएमटी स्टेशन की रिमॉडलिंग मास्टर प्लान के तहत और सीएसएमटी,वाडीबंदर, भायखला तीनों इन स्टेशनों पर लगभग ढाई लाख वर्ग मीटर क्षेत्र का व्यावसायिक विकास किया जाना था, लेकिन अब यह अलग-अलग होगा। इसके पहले मेकओवर प्लान के लिए 10 बड़ी कंपनियों ने रूचि दिखाई थी, नए रिक्वेस्ट फ़ॉर क्वालीफिकेशन के लिए और कंपनियां सहभागी हो सकती हैं। 

    एयरपोर्ट की तरह सुविधाएं

    सीएसएमटी स्टेशन परिसर को हायब्रिड एन्यूटी से खर्च कम के साथ एक व्यावसायिक हब के रूप में डेवलप किए जाने की योजना है। इनमें एयरपोर्ट की तरह यात्री सुविधाएं मिलेगी। इंट्रीग्रेटेड डेवलपमेंट, उपनगरीय प्लेटफार्म,अंडर ग्राउंड पार्किंग, आधुनिक टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड आदि सुविधाओं का निर्माण होगा, हालांकि सीएसएमटी की मुख्य इमारत से कोई छेड़छाड़ न करते हुए पूरे परिसर की रिमॉडलिंग व्यावसायिक रूप से की जाएगी।