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    मुंबई: मुंबई में पिछले दिनों हुए एसिड अटैक (acid attack) में घायल महिला की मौत हो गई।  उसका एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बाद भी उसकी तबियत में कोई सुधार नहीं हो सका और आखिरकार महिला ने दम तोड़ दिया। वह 18 दिन तक अस्पताल (hospital) में जिंदगी और मौत से लड़ती रही और आखिरकार दम तोड़ दिया। इस मामले में मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस आगे की जांच कर रही है। 

    मुंबई पुलिस के अनुसार 18 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद 54 वर्षीय गीता वीरकर की मौत हो गई। इस मामले में 62 वर्षीय महेश पुजारी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने मुंबई के गिरगांव इलाके में पीड़िता पर तेजाब फेंका था। एलटी मार्ग पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 जोड़ी है। 

    बता दें कि भारत में 2013 से एसिड के खुले बाजार में बिक्री पर रोक है। उसके बावजूद ये खुलेआम बिकता है। इसलिए एसिड अटैक के मामले नहीं रुक रहे है। एसिड अटैक होने पर अगर जान बच भी जाए तो भी जिंदगी नरक बन जाती है।   एसिड अटैक बहुत खतरनाक होता है। एसिड सर्वाइवर्स ट्रस्ट इंटरनेशनल (ASTI) का कहना है कि दुनिया के कई देशों में एसिड हमले अब भी आम है। एसिड हमलों में 80 फीसदी पीड़ित लड़कियां या महिलाएं होती हैं।