नासिक: विगत कई वर्षों से प्रकृति की मार से अनार उत्पादक किसानों (Farmers) को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कभी खराब मौसम, तेज वर्षा, ओलावृष्टि और कभी बादल छाए रहने के कारण अनार के किसानों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए काजवाड़े, मालेगांव (Malegaon) के युवा किसान सागर सुरेश भामरे ने अपनी चार एकड़ में लगाई अनार की फसल (Pomegranate Crop) की सिंचाई के लिए खेत में ही तालाब का निर्माण कराया है।
वहीं, इस वर्ष भी अनार उत्पादकों को मौसम की मार से दो-चार होना पड़ा है। अनार उत्पादक किसान भी बढ़ती गर्मी से हाल-बेहाल हैं। भारी गर्मी के कारण अनार के बाग पर बुरा असर पड़ रहा है। कटवन क्षेत्र के अनार उत्पादक किसानों ने अनार के बगीचे को बचाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। इससे अनार की फसल को आग उगलते सूरज से बचाने में मदद मिलेगी।
वर्षा के दिनों में तालाब में पानी जमा हो जाता है
काजवाड़े (मालेगांव) के युवा किसान सागर सुरेश भामरे ने रामपुरा क्षेत्र में चार एकड़ जमीन में अनार की रोपाई की है। यहां पानी की बहुत कमी है, तब भी उन्होंने बड़ी मात्रा में बगीचे को पानी उपलब्ध कराने के लिए एक खेत तालाब की व्यवस्था की है। वर्षा के दिनों में तालाब में पानी जमा हो जाता है, जिससे अनार के बाग में जलापूर्ति करता है। बदलते मौसम के कारण अनार के बाग संकट में हैं।