पिंपरी. गरीब मरीजों के लिए संजीवनी साबित पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) का वाईसीएम अस्पताल (YCM Hospital) भ्रष्टाचार (Corruption) की बीमारी से ग्रस्त हो गया है। अस्पताल (Hospital) के साफ-सफाई के ठेके का खर्च करोड़ों की उड़ान भर रहा है। चार साल पहले प्रति माह 22 लाख रुपए के हिसाब से दिया गया यह ठेका (Contract) अब सवा 18 करोड़ रुपए तक जा पहुंचा है। 2017 में तीन साल के लिए इस ठेके का खर्च 8 करोड़ 14 लाख रुपए मंजूर किया गया, जबकि नए से मंगाए गए टेंडर में तीन साल के लिए यह खर्च 18 करोड़ 26 लाख रुपए अपेक्षित रखा गया है।
वाईसीएम हॉस्पिटल में कॉरिडॉर, इनडोअर, शौचालय, स्वच्छतागृह और अस्पताल बाह्य परिसर के रास्ते पार्किंग, उद्यान, डक्ट, ड्रेनेज लाइन साफ-सफाई और मशीन से सफाई आदि का ठेका दिया गया है। इसके लिए एक प्रबंधक, 7 पर्यवेक्षक और 155 सफाई कर्मचारी कार्यरत है। बीवीजी इंडिया द्वारा प्रस्तुत न्यूनतम दर के अनुसार एक अगस्त 2017 से 22 लाख 61 हजार प्रति माह की लागत से उनके माध्यम से सफाई कार्य किया जा रहा था। न्यूनतम मजदूरी कानून दर के अनुसार, जनशक्ति दरों में वृद्धि के बिना तीन साल की अवधि के लिए सफाई कार्य किया गया था। यह कार्यादेश जुलाई 2020 को समाप्त हो गया।
नई टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई
वाईसीएम अस्पताल इस समय कोरोना महामारी के इलाज के लिए समर्पित है। इसलिए इस अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इस स्थिति को देखते हुए बीवीजी इंडिया को अगस्त 2020 से जनवरी 2021 तक के लिए विस्तार दिया गया था। इसके लिए मासिक खर्च भी बढ़ा दिया गया है। 42 लाख 40 हजार रुपए प्रतिमाह की दर से छह माह के लिए 2 करोड़ 54 लाख 42 हजार रुपए खर्च किए गए। इस दौरान नई टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई। सभी श्रम के साथ-साथ मशीनरी, रसायन और अन्य खर्चों को मिलाकर एक साल के लिए 5 करोड़ 24 लाख रुपए और तीन साल के लिए 15 करोड़ 72 लाख रुपए का खर्च माना गया।
निविदा प्रक्रिया को रद्द कर निविदाएं आमंत्रित करने का निर्णय
22 जुलाई 2021 के निर्णय के अनुसार, नई निविदा प्रक्रिया के माध्यम से न्यूनतम दर के ठेकेदार श्रीकृपा सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को कार्यादेश दिया गया। इस टेंडर प्रक्रिया में अस्पताल के काम की न्यूनतम मजदूरी दर के हिसाब से दरें आमंत्रित की गईं। हालांकि, ये दरें स्थानीय निकायों पर लागू नहीं होती हैं। अतः दिनांक 29 जुलाई 2021 के निर्णय के अनुसार इस कार्य आदेश को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया। आगे की कार्रवाई के लिए सबसे कम बोली लगाने वाले की सुनवाई 25 अगस्त 2021 को महानगरपालिका कमिश्नर कार्यालय में हुई। निविदा प्रक्रिया को रद्द कर निविदाएं आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया। इसमें से 1 प्रबंधक, 7 पर्यवेक्षकों और 177 सफाईकर्मियों द्वारा मशीनरी और रसायनों सहित 36 महीने के लिए 18 करोड़ 26 लाख रुपए खर्च करने की उम्मीद है। इस निविदा में श्रमिक कल्याण विभाग से दिनांक 10 अगस्त 2021 के टैरिफ के अनुसार न्यूनतम मजदूरी दरों को ध्यान में रखा गया है। वाईसीएम अस्पताल में चल रहे सफाई कार्य के लिए वर्ष 2017-18 में 8% प्रतिवर्ष की वृद्धि का अनुमान लगाया गया था। हालांकि, यह दावा किया गया है कि बजटीय व्यय में वृद्धि 31 दिसंबर, 2020 की दर के अनुसार अन्य खर्चों में 10 प्रतिशत की वृद्धि की धारणा के कारण हुई है।