इतने करोड़ में होगा अंबरनाथ स्थित प्राचीन शिव मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण

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    अंबरनाथ : स्थानीय पुरातन कालीन शिव मंदिर (Shiv Temple) परिसर का जल्द ही राज्य सरकार (State Government) की निधी (Fund) से आधुनिक पद्धति से विकास और भव्य स्तर पर संपूर्ण क्षेत्र के सौंदर्यीकरण (Beautification) का कार्य प्रत्यक्ष रूप से शुरू होगा। मंदिर के प्रति आस्था रखने वाले लाखों शहर वासियों और करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए यह एक शुभ समाचार है। अंबरनाथ और उल्हासनगर कैम्प क्रमांक 5 की सीमा पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर को 1060 ईस्वी में पत्थर में खूबसूरती से उकेरा गया था। मंदिर में लगे शिलालेख से मिली जानकारी के अनुसार तत्कालीन शिलाहारा राजा चित्तराज द्वारा मंदिर बनवाया गया है। 

    आपको बता दें कि बाद में मंदिर निर्माण में राजा के पुत्र मुमुनि ने भी सहयोग किया था। मंदिर अंबरनाथ रेलवे स्टेशन (पूर्व) से 2 किमी के अंतर पर वालधुनी नदी के तट पर स्थित है। प्राचीन विरासत और शिव मंदिर क्षेत्र की स्थापत्य कला की भव्यता जल्द ही इसका स्वरूप बदलने वाली है। इसके लिए अंबरनाथ नगर पालिका द्वारा विकास को लेकर एक प्रस्ताव बनाया गया था, प्रस्तावित प्रस्ताव को हाल ही में पुरातत्व विभाग से अनुमति प्राप्त हुई है। जिससे क्षेत्र का सौंदर्यीकरण हो सके। कुल 138 करोड़ में से 125 करोड़ के कार्य जल्द शुरू किए जाएंगे। वालधूनी नदी के किनारे घाट, जलाशय के सौंदर्यीकरण, भक्त निवास, एम्पी थियेटर जैसे अनेक कार्य होने से इस क्षेत्र को नया रूप और सौंदर्य मिलेगा। 

    सांसद डॉ. शिंदे का प्रयास रंग लाया

    धार्मिक रूप से इस मंदिर का काफी महत्व है। क्षेत्रीय सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने सांसद बनते ही वर्ष 2014-15 से मंदिर को उसका पुराना वैभव दिलाने के लिए कोशिश शुरू कर दी थी। अपने पिता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के मार्गदर्शन में उन्होंने यहां शिव मंदिर कला महोत्सव भी आयोजित किया है। सांसद डॉ.  श्रीकांत शिंदे ने इसके लिए राज्य सरकार से राशि उपलब्ध कराने में सफलता अर्जित हुई है। 

    अंबरनाथ नगर पालिका के मुख्याधिकारी डॉ. प्रशांत रसाल ने स्थानीय पत्रकारों को बताया कि सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे के प्रयासों से भारतीय पुरातत्व कालीन विभाग ने शिव मंदिर के आसपास के क्षेत्र में 100 मीटर की दूरी तक सौंदर्यीकरण और मरम्मत कार्य करने की अनुमति दे दी है। डॉ. रसाल के मुताबिक अनुमति मिलने से नियोजित कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया के क्रियान्वयन का मार्ग प्रशस्त हुआ है। सांसद डॉ. शिंदे, अंबरनाथ के विधायक डॉ. बालाजी किणीकर मूल मंदिर के जर्जर होते हिस्सो की मरम्मत कराए जाने की भी केंद्रीय पुरातत्व कालीन विभाग से निरंतर कर रहे है। 

    यह काम होंगे

    वालधुनी नदी के जिस किनारे पर शिव मंदिर स्थित है। उसे घाट के रूप में विकसित किया जाना है। इस पर 40 करोड़ रुपए खर्च होने की उम्मीद है। साथ ही श्रद्धालु निवास भी बनाया जाएगा। इसके लिए 14.5 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। 6 करोड़ रुपए की लागत से ऍम्पी थिएटर, प्रदर्शनी हॉल, कुंडों का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा।