By नवभारत | Updated Date: Nov 12 2019 6:51PM |
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-किसानों को डरने की आवश्यकता नहीं
नाशिक. नाशिक जिले में भारी बारिश की वापसी ने पूरे दो सप्ताह तांडव किया. बेमौसमी इस बारिश ने पूरे नाशिक जिले के किसानों की कमर तोड़ दी है. हर तीसरा किसान फसलों के नष्ट होने से चिंतित है. किसाना सरकारी सहायता मिलने की प्रतिक्षा कर रहे हैं वहीं राज्य में सरकार ना होने से कोई किसानों के आंसू पोंछने वाला भी नहीं है.
बारिश ने हर किसान को इतना डरा दिया है कि हर दिन उसे यही चिंता सताती है कि फिर कहीं कोई नुकसान ना हो जाए. ऐसे में बुलबुल तूफान के आने की खबर ने किसानों के साथ-साथ सामान्य लोगों में भी घबराहट फैला दी है. परंतु मौसम विभाग के तज्ञ किरणकुमार जोहरे ने सूचना दी है कि बुलबुल तूफान महाराष्ट्र में नहीं फैलेगा और नाशिक तक तो उसकी हवा भी नहीं पहुंचेगी. जोहरे के इस आधार ने नाशिक जिले के लोगों को भी निश्चित कर दिया है. मौसम विभाग का मानना है कि बुलबुल तूफान पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के किनार पट्टी को नुकसान पहुंचा सकता है. इस तूफान से महाराष्ट्र को किसी भी प्रकार का धोखा नहीं है. पिछले दिनों मुंबई और दूसरे भागों में हुई बारिश का बुलबुल तूफान से कोई संबंध नही है. वो बारिश जम्मू-कश्मीर में हुई बर्फबारी के कारण हुई थी. मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के किसानों को निश्चिंत होकर रबी की फसलों की तैयारी करने को कहा है.